आज लॉकडाउन का सातवाँ दिन है। सड़क लम्बी व सुनसान है। दुनिया थम-सी गई है। सारा कामकाज ठप हो चुका है और लोगों की ज़ुबान पर हरदम ‘कोरोना’ शब्द है। जामलो सैकड़ों आदमियों, औरतों और बच्चों के साथ एक लम्बी और तपती सड़क पर चल पड़ी है। और चलती जाती है...एक ऐसी दुनिया में जहाँ न्याय और समानता की ज़रूरत है।